अपराध क्यों बढते हैं ?
आज आर्थिक व्यवस्था की चकाचौंध में हर व्यक्ति धन कमाने की होड़ में लगा रहता है। उसे इस बात का पता भी नहीं होता है कि उसके द्वारा अर्जित किया गया धन कानूनी रूप से सही है अथवा नहीं। इसी वजह से आधुनिक भारत में ही नहीं, अपितु संपूर्ण विश्व में आर्थिक अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसी प्रकार आज का मानव को मानवीय मूल्यों का ज्ञान और आभास नहीं होने के कारण तरह तरह की सामाजिक अपराधों को करता रहता है। उन अपराधों से न केवल समाज दूषित होता है अपितु समाज में नए सदस्यों पर भी कुप्रभाव पड़ता है। इसी कारण से अपराध जगत का पैराग्राफ दिन दूनी और रात चौगुनी प्रगति करता रहता है।