संदेश

दिसंबर 24, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अपराध क्यों बढते हैं ?

 आज आर्थिक व्यवस्था की चकाचौंध में हर व्यक्ति धन कमाने की होड़ में लगा रहता है। उसे इस बात का पता भी नहीं होता है कि उसके द्वारा अर्जित किया गया धन कानूनी रूप से सही है अथवा नहीं। इसी वजह से आधुनिक भारत में ही नहीं, अपितु संपूर्ण विश्व में आर्थिक अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसी प्रकार आज का मानव को मानवीय मूल्यों का ज्ञान और आभास नहीं होने के कारण तरह तरह की सामाजिक अपराधों को करता रहता है। उन अपराधों से न केवल समाज दूषित होता है अपितु समाज में नए सदस्यों पर भी कुप्रभाव पड़ता है। इसी कारण से अपराध जगत का पैराग्राफ दिन दूनी और रात चौगुनी प्रगति करता रहता है।

कानून की जानकारी कितनी जरूरी

चित्र
  आधुनिक युग में, विश्व के लगभग सभी देशों में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था की स्थापना हो चुकी है। परंतु लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में लोगों को कानून एवं व्यवस्था की जानकारी होना अति आवश्यक है। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए मैंने हिंदी भाषा में एक अधिवक्ता होने के नाते अपने लंबे अनुभव के आधार पर इस बात का निश्चय किया कि जब तक लोगों को कानून की जानकारी नहीं होगी तब तक सही मायने में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था की स्थापना नहीं मानी जा सकती। इसीलिए समय-समय पर कानूनी आलेखों के माध्यम से मैं आम जनता का ज्ञानवर्धन करता रहूंगा। मेरी सभी लेख सर्वाधिकार द्वारा सुरक्षित है। अतः कोई भी व्यक्ति, संस्था, समुदाय, लेखक की अनुमति के बिना लेख या पुस्तक का कोई अंश या संपूर्ण भाग को प्रकाशित नहीं करेगा।

मेरा परिचय

 मैं एक अधिवक्ता हूं और अधिवक्ता होने के नाते मेरा नैतिक कर्तव्य बनता है कि मैं लोगों को कानून की जानकारी समय समय पर उपलब्ध कराता रहूं। क्योंकि अधिवक्ता के रूप में करीब 20 साल के अनुभव में मैंने इस बात का ध्यान पूर्वक मनन किया कि जब तक लोगों को कानून की जानकारी नहीं होगी तब तक अपराधों में कमी आना नामुमकिन ही नहीं अपितु असंभव भी है। कजोड़ मल मीना, एडवोकेट